हिंदी माता परिवार के द्वारा आयोजित ” राष्ट्रीय हिंदी कवि सम्मेलन” 30 दिसंबर 2022 को आनलाइन सेमिनार संपन्न हुआ। इस आयोजन से सैकड़ों लोग जुड़े रहे। सम्मेलन की शुरुआत कवयित्री ‘कल्पना शर्मा ‘ जी के जल संरक्षण की मनमोहक कविता से हुई। काव्य पाठ करते हुए कवयित्री जी ने अपनी कविता के माध्यम से जल की उपयोगिता के बारे में मधुर स्वर में प्रस्तुति की तो वहीं कवि और दिल्ली के प्रसिद्ध शिक्षा शास्त्री कवि ‘बृजेश कुमार तिवारी’ जी द्वारा गुरु की महिमा का गुणगान किया गया। हिंदी शिक्षक और हिंदी माता परिवार के प्रमुख डॉ • परमानंद शुक्ल के द्वारा उनकी प्रसिद्ध कविता जीवन चलती रेल की बेजोड़ प्रस्तुति की गई। इस कविता की मंत्रमुग्ध कर देने वाली प्रस्तुति से सभी बहुत खुश हुए और तालियों की गड़गड़ाहट से पूरा सेमिनार गुंजायमान हो गया।
सम्मेलन में कवयित्रियों के क्रम में – सीमा झा, अंजली पुंडीर कवियों में – श्रीनिवास, दीपक वाष्र्णेय, आदेश कुमार के द्वारा काव्य पाठ किया गया। यह सम्मेलन – ज्ञान टीवी, हिंदी माता परिवार यूट्यूब चैनल, मैथिली प्रसंग न्यूज़ चैनल, वैदिक टेलीविजन से सीधे लाइव रहा। सभी कवियों ने अपनी- अपनी बातों को बड़े प्रभावी तरीके से रखते हुए हिंदी के विकास में अपना बहुमूल्य योगदान देने का संकल्प लिए।
इस सम्मेलन के आयोजक डॉ• परमानंद शुक्ल रहें। सभी कवियों को सम्मानित करते हुए परम विभूति परम पूज्य देवरहवा बालक बाबा महाराज अन्न क्षेत्र प्रयागराज के संचालक श्री मारकंडेय सिंह ‘मुन्ना’ बतौर मुख्य अतिथि ने कहा कि हमें ऐसे आयोजन समय-समय पर करते रहना चाहिए। इससे हिंदी का महत्वपूर्ण विकास होगा। श्री सिंह ने “हिंदी माता परिवार” की प्रसंशा करते हुए कहा कि हिंदी हमारी मातृभाषा है और अपनी मातृभाषा के विकास के लिए हम सदैव हिंदी माता परिवार के साथ तन-मन-धन से खड़े हैं। सभी कवियों और श्रोताओं को सहभागिता का सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया गया जिसे सभी ने आनलाइन हिंदी माता परिवार की वेबसाइट से डाउनलोड कर लिया। सभी लोग आनंद से भरे हुए थे। यह हिंदी माता परिवार की तरफ़ से आयोजित पहला सम्मेलन था। सम्पूर्ण भारतवासियों को सभी कवियों , सदस्यों , आयोजकों ने आने वाले नए वर्ष की हार्दिक शुभकामना और बधाई दी।*राष्ट्रीय स्तर पर हिंदी कवि सम्मेलन संपन्न।*
हिंदी माता परिवार के द्वारा आयोजित “राष्ट्रीय हिंदी कवि सम्मेलन” 30 दिसंबर 2022 को आनलाइन सेमिनार संपन्न हुआ। इस आयोजन से सैकड़ों लोग जुड़े रहे। सम्मेलन की शुरुआत कवयित्री ‘कल्पना शर्मा ‘ जी के जल संरक्षण की मनमोहक कविता से हुई। काव्य पाठ करते हुए कवयित्री जी ने अपनी कविता के माध्यम से जल की उपयोगिता के बारे में मधुर स्वर में प्रस्तुति की तो वहीं कवि और दिल्ली के प्रसिद्ध शिक्षा शास्त्री कवि ‘बृजेश कुमार तिवारी’ जी द्वारा गुरु की महिमा का गुणगान किया गया। हिंदी शिक्षक और हिंदी माता परिवार के प्रमुख डॉ • परमानंद शुक्ल के द्वारा उनकी प्रसिद्ध कविता जीवन चलती रेल की बेजोड़ प्रस्तुति की गई। इस कविता की मंत्रमुग्ध कर देने वाली प्रस्तुति से सभी बहुत खुश हुए और तालियों की गड़गड़ाहट से पूरि सेमिनार गुंजायमान हो गया।
सम्मेलन में कवयित्रियों के क्रम में – सीमा झा, अंजली पुंडीर कवियों में – श्रीनिवास, दीपक वाष्र्णेय, आदेश कुमार के द्वारा काव्य पाठ किया गया। यह सम्मेलन – ज्ञान टीवी, हिंदी माता परिवार यूट्यूब चैनल, मैथिली प्रसंग न्यूज़ चैनल, वैदिक टेलीविजन से सीधे लाइव रहा। सभी कवियों ने अपनी- अपनी बातों को बड़े प्रभावी तरीके से रखते हुए हिंदी के विकास में अपना बहुमूल्य योगदान देने का संकल्प लिए।
इस सम्मेलन के आयोजक डॉ• परमानंद शुक्ल रहें। सभी कवियों को सम्मानित करते हुए परम विभूति परम पूज्य देवरहवा बालक बाबा महाराज अन्न क्षेत्र प्रयागराज के संचालक श्री मारकंडेय सिंह ‘मुन्ना’ बतौर मुख्य अतिथि ने कहा कि हमें ऐसे आयोजन समय-समय पर करते रहना चाहिए। इससे हिंदी का महत्वपूर्ण विकास होगा। श्री सिंह ने “हिंदी माता परिवार” की प्रसंशा करते हुए कहा कि हिंदी हमारी मातृभाषा है और अपनी मातृभाषा के विकास के लिए हम सदैव हिंदी माता परिवार के साथ तन-मन-धन से खड़े हैं। सभी कवियों और श्रोताओं को सहभागिता का सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया गया जिसे सभी ने आनलाइन हिंदी माता परिवार की वेबसाइट से डाउनलोड कर लिया। सभी लोग आनंद से भरे हुए थे। यह हिंदी माता परिवार की तरफ़ से आयोजित पहला सम्मेलन था। सम्पूर्ण भारतवासियों को सभी कवियों , सदस्यों , आयोजकों ने आने वाले नए वर्ष की हार्दिक शुभकामना और बधाई दी।
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I could not join this
How I will come to know about the program